स्वर्णिम पल जीवन के रीत गए ,
औरों के सपने पूरे करने में.
वो दौर जीवन का था कुछ ऐसा,
कुछ सोच न पाए हम[..]
3 मई , 2022
3 मई , 2022
स्वर्णिम पल जीवन के रीत गए ,
औरों के सपने पूरे करने में.
वो दौर जीवन का था कुछ ऐसा,
कुछ सोच न पाए हम[..]
19 अप्रैल , 2022
हे! उन्मद रसवंती बरखा,
अब तो जल बरसा दे.
विकल वसुधा के अंतर्मन में,
असीम आनंद जगा दे.
तप-तप कर घबराई धरती
मन ही मन[..]
5 अप्रैल , 2022
स्वागत
नवसम्वत की पावन बेला में रवि रश्मियाँ,
रोली का थाल लिए पूरब से चलकर आयी हैं.
आशाओं के जावक से वसुधा ने,
अपनी मांग सजाई[..]
4 अप्रैल , 2022
शक्ति की उपासना का,
पावन पर्व आया है.
अंतर्मन में जन जन के,
अनंत उत्साह समाया है.
इस पवित्र त्यौहार को,
सब हर्षोल्लास से मनाएं.
सकारात्मकता[..]
23 मार्च , 2022
मैं हूँ जल अनमोल,
मैं जीवन का आधार हूँ.
बूँद-बूँद में अमृत लिए,
मैं सृष्टि का प्राण हूँ.
पर्वतों की गोद में कल कल बहता ,
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7 मार्च , 2022
एक मंजुल कलिका उपवन में,
प्रसून को देख लजाई थी.
प्रेम लिए अंतस में अपने,
मन ही मन मुस्काई थी.
एक दिन वह कह उठी फूल[..]
2 मार्च , 2022
उर व्यथित हो उठता है,
आखें भर भर आती हैं.
एकान्त भरे पलों में जब हे! साजन
तुम्हारी स्मृतियाँ तड़पाती हैं.
राकेश से मिलन को आतुर,
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28 फ़रवरी , 2022
धन्य हैं सैनिक सदा,
पीड़ा सहकर भी मुस्काते हैं.
राष्ट्रसेवा का संकल्प लिए हृदय में,
आगे ही बढ़ते जाते हैं.
देशहित का स्वप्न,
हृदय में हरपल[..]
27 फ़रवरी , 2022
स्मरण है आज भी वो पल जब मेरी
बगिया में वो गुलाब का सुमन खिला था.
अधरों पर विपुल स्मिता थी,
अंतस में आत्मविश्वास बसा[..]
26 फ़रवरी , 2022
अत्यंत गौरव का दिन था वो एवं,
सुख भरी एक अनुभूति थी.
जब मैंने माँ के आँचल में,
पहली बार संसार में आँखें खोली थीं.
प्यास[..]